मकर संक्रांति 2025 (Makar Sankranti 2025 date and time) एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार (Hindu festival) है, जिसे हर साल जनवरी माह में बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। यह पर्व सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने और उत्तरायण होने का प्रतीक है, जो प्रकृति और आध्यात्मिकता का एक अद्भुत संगम प्रस्तुत करता है। मकर संक्रांति 2025 को लेकर लोगों में खास उत्साह है, क्योंकि यह दिन नई ऊर्जा, फसल कटाई और खुशहाली का संदेश लेकर आता है।
इस पर्व पर तिल और गुड़ से बने व्यंजन, पतंगबाजी और धार्मिक स्नान का विशेष महत्व होता है। मकर संक्रांति के अवसर पर गंगा, यमुना और अन्य पवित्र नदियों में स्नान करके लोग पुण्य अर्जित करते हैं। यह दिन कृषि प्रधान समाज में ऋतु परिवर्तन और फसल के नए चक्र की शुरुआत के रूप में भी जाना जाता है।
मकर संक्रांति 2025 (Makar Sankranti 2025 date and time) में अपने परिवार और दोस्तों के साथ इस पावन पर्व का आनंद लें और इसे प्यार, शांति और समृद्धि के साथ मनाएं।
मकर संक्रांति 2025 तिथि और समय (Makar Sankranti 2025 date and time)
Makar Sankranti 2025 start date 14 जनवरी, 2025, मंगलवार। Makar Sankranti 2025 end date 15 जनवरी, 2025।
मकर संक्रांति 2025 शुभ मुहूर्त (Makar Sankranti 2025 subh muhurat date and time)
शुभ मुहूर्त प्रातः 8:04 बजे से दोपहर 12:33 बजे तक पुण्यकाल है। यह समयदान और स्नान के लिए सबसे उत्तम है। संध्या के समय भी “महापुण्यकाल” रहेगा, जो संध्या पूजन और दान के लिए आदर्श है।
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मकर संक्रांति पर पतंग उड़ाने का महत्व (Importance of flying kite on Makar Sankranti)
Makar sankranti 2025 date and time पर पतंगबाजी का खास महत्व है। इस दिन पतंग उड़ाने से जीवन में खुशी और सकारात्मक ऊर्जा आती है। उत्तरायण 2025(Uttarayan 2025) के समय सूर्य अपने प्रभाव को बढ़ाता है, और खुले आसमान में पतंग उड़ाने से प्रकृति के साथ सामंजस्य स्थापित होता है।
मकर संक्रांति की पौराणिक कहानी (Story of Makar Sankranti)
मकर संक्रांति की कहानी (Story of Makar Sankranti) भगवान सूर्य और उनके पुत्र शनिदेव के संबंध से जुड़ी है। कहा जाता है कि इस दिन सूर्य ने शनिदेव के घर पहली बार कदम रखा था। इस दिन को भाईचारे और स्नेह का प्रतीक माना जाता है।
कैसे मनाएं मकर संक्रांति ? (How to celebrate makar shakranti date and time)
मकर संक्रांति (festival makar sankranti) को स्नान, दान और पूजा से मनाया जाता है।
- सूर्य पूजा: इस दिन सूर्य को अर्घ्य देना बहुत शुभ माना जाता है।
- दान धर्म: तिल, गुड़, चावल और वस्त्र दान करने का विशेष महत्व है।
- खेल और पतंगबाजी: मकर संक्रांति पर पतंगबाजी हर जगह मुख्य आकर्षण होती है।
- विशेष व्यंजन: तिल-गुड़ और खिचड़ी बनाकर लोग त्योहार का आनंद लेते हैं।
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भारत में मकर संक्रांति की विविधताएँ (Varieties of Makar Sankranti in India date and time)
भारत के विभिन्न राज्यों में मकर संक्रांति (Sankranti festival) अलग-अलग नामों से मनाई जाती है।
- पंजाब: “लोहड़ी” के नाम से।
- गुजरात: “उत्तरायण” के रूप में।
- तमिलनाडु: “पोंगल” के रूप में।
- बंगाल: “पौष संक्रांति” के रूप में।
- महाराष्ट्र: यहाँ गुड़-तिल देकर “गोड़ बोलो” कहने की परंपरा है।
मकर संक्रांति का महत्व (Significance of Makar Sankranti celebration)
मकर संक्रांति 2025 का सबसे बड़ा महत्व यह है कि यह जीवन में “प्रकाश, समृद्धि और नई शुरुआत” का प्रतीक है। यह त्योहार कृषि आधारित संस्कृति का हिस्सा है और किसान अपनी फसल की कटाई के बाद इस पर्व को हर्षोल्लास से मनाते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
मकर संक्रांति 2025 (Makar Sankranti 2025 date and time) भारतीय संस्कृति और परंपरा का अभिन्न हिस्सा है। यह त्योहार भाईचारे और दान-पुण्य का संदेश देता है। चाहे यह “संकांति उत्सव” हो, पतंगबाजी हो, या तिल-गुड़ का मिठास, हर परंपरा इस पर्व को खास बनाती है। इस दिन को “हैप्पी संक्रांति (Happy Sankranti)” के रूप में खुशी और समर्पण के साथ मनाएं।
Happy Makar Sankranti
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