जानिए किस स्थिति में होती है शनि की कृपा

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जानिए किस स्थिति में होती है शनि की कृपा

By pavan

April 25, 2024

सप्ताह के सातों दिन किसी न किसी देवी देवता, ग्रह  को समर्पित है। इसी तरह शनिवार का दिन भगवान शनिदेव को समर्पित किया गया है। अगर कुंडली में शनि का प्रकोप है तो जीवन में तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। शनिदेव को कर्मफल का देवता माना जाता है। भगवान शंकर ने उन्हें न्याय के देवता की उपाधि दी है। इसलिए शनिदेव के प्रसन्न रखना बहुत जरूरी होता है। शनि कृपा से जीवन में आने वाली सभी समस्याएं दूर रहती हैं। सावन में शनिदेव को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है। शनिवार के दिन इन मंत्रों का जाप करना चाहिए जिससे परिणाम स्वरूप जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है।

कर्मफलदाता शनि से अपनी मूल त्रिकोण राशि में शश नामक राजयोग का निर्माण किया है। इससे कुछ राशियों को विशेष लाभ मिलेगा। न्याय के देवता और कर्मफल दाता शनिदेव एक निश्चित अवधि के बाद राशि परिवर्तन करते हैं, तो इसका असर 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से प्रभाव अवश्य डालते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह माना जाता है। वह एक राशि में करीब ढाई साल तक रहते हैं। ऐसे में एक राशि में दोबारा आने में करीब 30 साल का वक्त लग जाता है। बता दें कि इस समय शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में विराजमान है। अपनी ही राशि में विराजमान होने से शश नामक राजयोग का निर्माण हो रहा है। इस दुर्लभ राजयोग को पंचमहापुरुष योग में से एक माना जाता है। इस राजयोग को काफी प्रभावशाली माना जाता है। कुंभ राशि में शश राजयोग बनने से इन राशियों की किस्मत चमक सकती है…

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि जब अपनी स्वराशि मकर या कुंभ में हो या फिर अपनी उच्च राशि तुला राशि से होकर कुंडली के केंद्र भाव में स्थित हो, तो इस योग का निर्माण होता है। बता दें कि अभी तक इस राजयोग का प्रभाव ज्यादा नहीं मिल रहा था, क्योंकि शनि राहु के नक्षत्र शतभिषा नक्षत्र में विराजमान थे। लेकिन अब धनु के पूर्वाभाद्रपद में प्रवेश कर गए हैं। ऐसे में इस राजयोग का फल हर राशि के जातकों के जीवन में किसी न किसी तरह से अवश्य पड़ेगा।

कुंभ राशि

कुंभ राशि के लग्न भाव में शश राजयोग का निर्माण हो रहा है। ऐसे में इस राशि के जातकों को हर क्षेत्र में सफलता के साथ अपार धन लाभ मिलेगा। साल 2025  तक शनि के राशि परिवर्तन करने से इस राशि के जातकों को भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। कोर्ट-कचहरी के मामलों से निजात मिल सकती है। स्वास्थ्य भी अच्छा रहने वाला है। इसके साथ ही मानसिक और शारीरिक तनाव से मुक्ति मिलेगी। व्यापार में भी खूब लाभ मिलेगा। पार्टनरशिप में किए गए व्यापार में भी खूब लाभ मिलेगा। बेवजह हो रहे खर्च से मुक्ति मिल सकती है। करियर में चल रही उठापटक अब समाप्त हो सकती है। कार्यक्षेत्र में आने वाली विघ्न बाधाएं समाप्त होगी। विदेश में व्यापार करने के साथ धन लाभ मिल सकता है। लव लाइफ और वैवाहिक जीवन में खुशियां ही खुशियां आ सकती है।

वृश्चिक राशि

शश राजयोग वृश्चिक राशि के जातकों के जीवन में भी सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। आर्थिक स्थिति अच्छी हो सकती है। परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा। कोर्ट-कचहरी के मामलों में आपको सफलता हासिल हो सकती है। इस राशि में शनि चतुर्थ भाव में विराजमान है। ऐसे में इस राशि के जातकों को अचल संपत्ति का लाभ मिल सकता है। निवेश करने की सोच रहे हैं, तो इस अवधि में करना लाभकारी सिद्ध हो सकता है। नौकरीपेशा लोगों को भी खूब लाभ मिल सकता है। नौकरी की तलाश कर रहे जातकों को कई अवसर मिल सकते हैं। पदोन्नति के भी चांसेस बन रहे हैं।

मकर राशि

मकर राशि में शनि की साढ़े साती के अंतिम चरण चल रहा है। ऐसे में इस राशि के जातकों विशेष लाभ मिल सकता है। गुरु के नक्षत्र में रहने से इस राशि के जातकों को भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। शश राजयोग बनने से लंबे समय से रुके काम पूरे होंगे। धन के भाव में बैठे होने के कारण शनि विदेश से धन लाभ दिलाएंगे। लंबे समय चले आ रही बीमारी से निजात मिल सकती है। कोर्ट-कचहरी की समस्याओं से राहत मिल सकती है। शनिदेव की कृपा से नकारात्मक ऊर्जा का समापन होगा। वाहन , संपत्ति, भूमि, प्लांट आदि खरीदने का सपना पूरा हो सकता है। उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने का मौका मिल सकता है।