ज्योतिष शास्त्र कुंडली के माध्यम से हमारे जीवन के रहस्यों को उजागर करता है। कुंडली में ग्रहों की स्थिति शुभ और अशुभ प्रभाव डाल सकती है। इन प्रभावों को समझना जरूरी है, ताकि हम अपने जीवन को सही दिशा में ले जा सकें। इस लेख में, हम जानेंगे कि कुंडली में शुभ–अशुभ ग्रह कैसे पहचाने जा सकते हैं
कुंडली में शुभ–अशुभ ग्रह का महत्व
हर ग्रह का कुंडली में एक विशेष स्थान और भूमिका होती है।
- कुंडली में ग्रहों के घर और उनकी स्थिति शुभ या अशुभ फलों का संकेत देती है।
- ग्रहों की स्थिति, दृष्टि, और भावों के स्वामीत्व से यह पता चलता है कि कौन सा ग्रह शुभ है।
कुंडली में ग्रहों की स्थिति और घर
कुंडली में 12 भाव के स्वामी ग्रह हमारे जीवन के अलग-अलग क्षेत्रों को नियंत्रित करते हैं।
- पहला घर (लग्न) – व्यक्तित्व और स्वास्थ्य।
- दूसरा घर – धन और परिवार।
- तीसरा घर – साहस और संचार।
- चौथा घर – माता और संपत्ति।
- पांचवां घर – शिक्षा और प्रेम।
- छठा घर – रोग और शत्रु।
- सातवां घर – विवाह और साझेदारी।
- आठवां घर – आयु और गूढ़ ज्ञान।
- नौवां घर – धर्म और भाग्य।
- दसवां घर – करियर और समाज।
- ग्यारहवां घर – लाभ और इच्छाएं।
- बारहवां घर – हानि और आध्यात्मिकता।
ज्योतिष शास्त्र में कुंडली में शुभ–अशुभ ग्रह भावों में उनकी स्थिति और स्वामीत्व पर निर्भर करते हैं।
Also read – Planet transit 2025: तिथियां, समय और ज्योतिषीय प्रभाव
कुंडली में शुभ–अशुभ ग्रह पहचानने के तरीके
- उच्च और नीच स्थिति:
- ग्रह अपनी उच्च राशि में शुभ फल देते हैं।
- नीच राशि में यह ग्रह अशुभ हो सकते हैं।
- ग्रहों की युति:
- शुभ ग्रहों की युति से सकारात्मक परिणाम मिलते हैं।
- अशुभ ग्रहों की युति समस्याएं उत्पन्न कर सकती है।
- भाव का स्वामी:
- शुभ भावों के स्वामी ग्रह जीवन में सुखद अनुभव लाते हैं।
- अशुभ भावों के स्वामी ग्रह संघर्षों को बढ़ाते हैं।
- दशा और अंतर्दशा:
- ग्रहों की दशा और अंतर्दशा कुंडली में शुभ-अशुभ फलों को सक्रिय करती है।
Also read – Kumbh Mela 2025 Prayagraj Date and Place: स्नान तिथि और पंजीकरण की जानकारी
ग्रहों की दृष्टि का प्रभाव
ग्रहों की दृष्टि चार्ट से पता चलता है कि ग्रह किन भावों को प्रभावित कर रहे हैं।
- शुभ ग्रह जैसे गुरु, शुक्र, और चंद्रमा अपनी दृष्टि से सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करते हैं।
- अशुभ ग्रह जैसे शनि, राहु, और केतु नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।
शुभ ग्रहों की दृष्टि से संबंधित भाव में उन्नति और सुख मिलता है। अशुभ ग्रहों की दृष्टि संघर्ष और बाधाएं लाती है।
कुंडली में शुभ और अशुभ ग्रहों का जीवन पर प्रभाव
कुंडली में शुभ–अशुभ ग्रह हमारे जीवन के हर पहलू को प्रभावित करते हैं।
- शुभ ग्रह करियर, स्वास्थ्य, और रिश्तों में उन्नति लाते हैं।
- अशुभ ग्रह बाधाओं, वित्तीय समस्याओं, और तनाव का कारण बनते हैं।
ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों का सही अध्ययन कर इन प्रभावों को कम या बढ़ाया जा सकता है।
कुंडली में शुभ और अशुभ ग्रहों के उपाय
- शुभ ग्रहों को मजबूत करें: मंत्र, रत्न, और पूजा के माध्यम से।
- अशुभ ग्रहों को शांत करें: दान, ध्यान, और ग्रहों की शांति के उपाय अपनाएं।
कुंडली में शुभ–अशुभ ग्रह को समझकर सही उपाय अपनाने से जीवन में संतुलन और सफलता प्राप्त होती है।
Also read – 16 Somvar vrat : कथा, नियम और फायदे | शिव जी की कृपा पाने का सरल उपाय
निष्कर्ष
कुंडली में शुभ–अशुभ ग्रह जीवन के हर पहलू को नियंत्रित करते हैं।
ज्योतिष शास्त्र कुंडली और ग्रहों की दृष्टि चार्ट के माध्यम से इन ग्रहों के फलों को समझा जा सकता है। cऔर उनकी स्थिति शुभ-अशुभ प्रभाव देती है। कुंडली का सही अध्ययन और उचित उपाय जीवन को सुखद और सफल बना सकते हैं।
know more कुंडली में शुभ-अशुभ ग्रह
Related posts
Subscribe for newsletter
* You will receive the latest news and updates on your favorite celebrities!
Varshik Rashifal 2025: सफलता और शांति के लिए जानें खास उपाय
Varshik Rashifal 2025 ज्योतिष शास्त्र के आधार पर आने वाले वर्ष के लिए सभी राशियों का विश्लेषण करता है। हर…
सरकारी नौकरी का ग्रहों से संबंध तथा पाने का उपाय
सरकारी नौकरी पाने की कोशिश हर कोई करता है, हलांकि सरकारी नौकरी किसी किसी के नसीब में होती है। अगर…
जानिए कैसे ग्रह आपकी समस्याओं से जुड़े हैं
जीवन में छोटी-मोटी परेशानियां हों तो यह सामान्य बात है, लेकिन लगातार परेशानियां बनी रहें या छोटी-छोटी समस्याएं भी बड़ा…
Vish yog का जीवन पर प्रभावVish yog का जीवन पर प्रभाव
वैदिक ज्योतिष के अनुसार कुंडली में Vish yog और दोष व्यक्ति के जीवन पर सीधा प्रभाव डालते हैं, यदि किसी…
Guru Purnima 2025 Date: शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और खास महत्व
Guru Purnima 2025 हिन्दू धर्म का एक अत्यंत महत्वपूर्ण और श्रद्धा से जुड़ा पर्व है, जो गुरु और शिष्य के…
Hariyali Teej 2025: शुभ मुहूर्त, तिथि, महत्त्व व पूजा की संपूर्ण जानकारी
भारतवर्ष में सावन के महीने का विशेष महत्त्व होता है और इसी माह में मनाया जाने वाला पर्व Hariyali Teej…
Jagannath Puri rath yatra 2025: तिथि, इतिहास, महत्व
पुरी की जगन्नाथ रथ यात्रा (Jagannath Puri rath yatra) भारत के सबसे प्रमुख और भव्य धार्मिक उत्सवों में से एक है।…
Savitri Puja 2025: तिथि, व्रत कथा, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त
सावित्री पूजा 2025 (Savitri Puja 2025), जिसे वट सावित्री व्रत भी कहा जाता है, एक महत्वपूर्ण हिंदू व्रत है जो…