सकारात्मक सोच एक शक्ति, एक शस्त्र है, जो भगवान् ने हमें दिया. इसका प्रयोग कर हम बड़े से बड़े युध्य में विजय प्राप्त कर सकते है. जीवन में हमें कई तरह की परेशानियाँ आती है, ऐसा कोई नहीं है,
जिसके जीवन में कोई कठिनाई, परेशानी न हो. हर इन्सान के पास परेशानी है, लेकिन हर इन्सान परेशान, रोता हुआ तो नहीं दिखता. परेशानी के समय भी जो अपनी सोच में काबू रखते है, वे ही उससे लड़कर आगे सफल हो पाते है. मनुष्य के मन में 2 तरह के विचार होते है, सकारात्मक और नकारात्मक.
नकारात्मक विचार जो स्वयं से आपके पास आते है उनको हटाने का प्रयास ना करो.. बल्कि उस स्थान पर सकारात्मक विचार को ले आओ नकारतमकता हट जाएगी.. वैसे ही जैसे किसी कमरे मे अंधेरा हो तो आप उसको कितना भी भगाने का प्रयास करो अंधेरा ख़त्म नहि होगा.. लेकिन जैसे ही अपने उस कमरे में प्रकाश को लाया अंधेरा स्वयं से ग़ायब हो जाएगा..
सकारात्मक सोच कैसे बनायेकहते है पॉजिटिव थिंकिंग वाले लोग ही जीवन में सफल हो पाते है. आपके मन के विचार आपके स्वाभाव के द्वारा सबके सामने आते है. सकारात्मक सोच वालों के आस पास सभी लोग रहना पसंद करते है. सकारात्मक सोच के लिए सुबह उठते ही आईने के सामने खड़े होकर ये प्रक्रिया अपनाएं –
* मुस्कराओ* आज मेरा दिन है* मुझे पता है, मैं आज सबसे बेस्ट जगह में हूँ.* मुझे पता है, मैं विजेता हूँ.* मैं अपने लिए खुद ज़िम्मेदार हूँ.* अपनी डेस्टिनी मै खुद चुन सकता हूँ.* मुझे पता है, ये मैं कर सकता हूँ, और मैं पक्के से कर सकता हूँ.* भगवान हमेंशा मेरे साथ है.