- जब भी हमारे घर पर कोई भी बाहर से आये, चाहे मेहमान हो या कोई काम करने वाला, उसे स्वच्छ पानी जरूर पिलाएँ।
ऐसा करने से हम राहू का सम्मान करते हैं। जो लोग बाहर से आने वाले लोगों को स्वच्छ पानी हमेशा पिलाते हैं, उनके घर में कभी भी राहू का दुष्प्रभाव नहीं पड़ता। - घर के पौधे आपके परिवार के सदस्यों जैसे ही होते हैं, उन्हें भी प्यार और थोड़ी देखभाल ही जरूरत होती है। जिस घर में सुबह – शाम पौधों को पानी देते हैं, उन लोगों को ऐसी परेशानियाँ जल्दी से नहीं पकड़ पातीं।
- अगर आप नहाने के बाद बाथरूम में अपने कपड़े इधर-उधर फेंक आते हैं या फिर पूरे बाथरूम में पानी बिखेर कर आ जाते हैं ता आपका चन्द्रमा किसी भी स्थिति में आपको अच्छे फल नहीं देगा और हमेशा बुरा परिणाम देगा।
- जो लोग बाहर से आकर अपने चप्पल, जूते, मोजे इधर उधर फेंक देते हैं, उन्हें उनके शत्रु बड़ा परेशान करते हैं। इससे बचने के लिए अपने चप्पल – जूते करीने से लगाकर रखें, आपकी प्रतिश्ठा बनी रहेगी।
- उन लोगों का राहू और शनि खराब होगा, जो लोग जब भी अपना बिस्तर छोडेंगे तो उनका बिस्तर हमेशा फैला हुआ होगा, सिलबटें ज्यादा होंगी, चादर कहीं, तकिया कहीं, कम्बल कहीं? उस पर ऐसे लोग अपने पुराने पहने हुए कपड़े तक फैला कर रखते हैं।
- ऐसे लोगों की पूरी दिनचर्या कभी भी व्यवस्थित नहीं रहती, जिसकी वजह से खुद भी परेशान रहते हैं और दूसरों को भी परेशान करते हैं।
इसकी बचने के लिए उठते ही स्वयं अपना बिस्तर सही तरीके से लगायें और सब कुछ समेट दें। - पैरों की सफाई पर हम लोगों को हर वक्त खास ध्यान देना चाहिये, जो कि हममें से बहुत सारे लोग भूल जाते हैं। नहाते समय अपने पैरों को अच्छी तरह से धोयें, कभी भी बाहर से आयें तो पाँच मिनट रूक कर मुँह और पैर धोयें। आप खुद यह पायेंगे कि आपका चिड़चिड़ापन कम होगा, दिमाग की शक्ति बढ़ेगी और क्रोध धीरे धीरे कम होने लगेगा।
- ध्यान रखें, कभी भी खाली हाथ घर ना लौटें क्योंकि अधिकतर लोग शाप, आफिस या फैक्टरी से जब अपने घर लौटते हैं तो अपनी व्यस्तता के कारण बिना कुछ लिये खाली हाथ ही घर लौट आते हैं। लेकिन आपने हमारे घर के वृद्ध लोगों को यह कहते हुए सुना होगा कि कभी भी शाम को खाली हाथ घर नहीं लौटना चाहिये। क्योंकि हमारे शास्त्रों के अनुसार ऐसी मान्यता है कि घर लौटते समय घर के बुजुर्गों या बच्चों के लिये कुछ न कुछ लेकर जाना चाहिये। घर में कोई भी नई वस्तु आने पर बच्चे और बुजुर्ग ही सबसे ज्यादा खुश होते हैं। कहीं – कहीं इस परंपरा में घर लौटते वक्त बच्चों के लिये मिठाई लाने के बारे में बताया गया है।
- बुजुर्गों के आर्शीवाद से घर में सुख समृद्धि बढ़ने लगती है और जिस घर में बच्चे और वृद्ध खुश रहते हैं, उस घर में लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है। ऐसा माना जाता है कि रोज खाली हाथ घर लौटने पर धीरे धीरे उस घर में लक्ष्मी चली जाती है उस घर के सदस्यों में नकारात्मक या निराशा के भाव आने लगते हैं। इसके विपरीत घर लौटते समय कुछ न कुछ लेकर आएं तो उससे घर में बरकत बनी रहती है। उस घर में लक्ष्मी का वास होता जाता है। हर रोज घर में कुछ न कुछ लेकर आना वृद्धि का सूचक माना गया है। ऐसे घर में सुख, समृद्धि और धन हमेशा बढ़ता जाता है, घर में रहने वाले सदस्यों की भी तरक्की होती है।
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