किसी भी व्यक्ति के लिए रोटी , कपड़ा एवं मकान की व्यवस्था करना सबसे अधिक महत्वपूर्ण होता है । इनमें मकान की आकांक्षा सबसे अधिक होती है और सभी इसके लिए अपने स्तर परहमेशा प्रयत्नशील रहते हैं । कुछ लोग इसे पाने में सफल रहते हैं तो कुछ को मकान की प्राप्ति अंत तक नहीं होती या बहुत बिलंब से होती है । कभी – कभी मकान बनते – बनते भी अधूरा रह जाता है । ऐसी प्रतिकूल परिस्थितियों में दैवी कृपा का सहारा बिगड़ते कार्यों को भी बना सकता है । मकान निर्माण के लिए देव विश्वकर्मा की उपासना बहुत सहायक होती है । इनकी उपासनासे आपकी आर्थिक , सामाजिक एवं प्रशासनिक बाधायें दूर होती हैं एवं आपका कार्य सुचारू रूप से होगा ।
माघ महीने की शुक्ला पंचमी ( बसंत पंचमी ) , माघ शुक्ला त्रयोदशी ( विश्वकर्मा जयंती ) , श्रावण शुक्ला पूर्णिमा एवं हर मास की अमावस्या के दिन विश्वकर्मा की पूजा करने से मकान सुख में बढ़ोतरी होती है । मकान या भूमि की प्राप्ति के लिए किसी शुभ दिन से विश्वकर्मा की पूजा शुरू करें एवं कार्य पूर्ण होने तक मंत्र जाप करते रहें । सबसे पहले विश्वकर्मा की फोटो को चौकी पर आसन बिछाकर या अपने पूजा स्थल में रखें , निम्न स्त्रोत से पाठ करें –
चिंतये विश्वकर्माणं शिवं वटतरोधः ।
दिव्य सिंहासनासीनं मुनिवृंद निसेवितम् ।।
उपास्यमान ममौःस्त्रयमानं महर्षिभिः ।
पंचवक्त्रं दशभुज ब्रह्मचारी ब्रतेस्थितम् ।।
कुदालं करणी वास्यमि यंत्रं कमण्डलु ।
विभ्राणं दक्षिणोर्हस्ते स्वरोह कर्मात्प्रभु ।।
मेरूटंकं स्वनं भूषा वहि च दृधतं करै ।
अवरोह कमणैव वमै शुभ विलोचन ।।
इसके तदुपरांत धूप , दीप , अगरबत्ती जलायें एवं गंध , कुमकुम , वस्त्र , माला एवं प्रसाद चढ़ायें तथा विश्वकर्मा के पांचों पुत्रों मनु , मय , त्वष्टा , शिल्पी एवं दैवज्ञ को ध्यान कर प्रणाम करें तथाअपने मकान सुख की प्राप्ति के लिए निवेदन करें ।
इसके बाद निम्न मंत्र की 3 या 5 माला का जाप लगातार 6 महीने तक करें –
ॐऐं ह्रीं क्लीं को भगवते विश्वकर्मणे मम मनोवांछित भूमि , आवास सुखं दापय दापय स्वाहा ।।
या
ॐ नमः भगवते विश्वकर्मणे ।।
मंत्र का 80000 जाप कर यथाशक्ति हवनादि करें । ऐसा करने से भगवान विश्वकर्मा के आशीर्वाद से भूमि एवं मकान सुख प्राप्त होगा एवं आपके मकान में वास्तु दोष भी कम होंगे ।