Facts

जानिए, रविवार को क्यों नहीं तोड़नी चाहिए तुलसी की पत्ती:

By pavan

June 22, 2020

रविवार का दिन भगवान विष्णु को बहुत प्रिय होता है इसीलिए इस दिन तुलसी नहीं तोड़ी जाती. क्योंकि तुलसी भी भगवान विष्णु को प्रिय होती है. विष्णु जी को तुलसी प्रिय बनाने का श्रेय भगवान गणेश को जाता है.

उनके वरदान से ही तुलसी कलयुग में भगवान विष्णु और कृष्ण जी की प्रिय होने के साथ-साथ जगत को जीवन और मोक्ष देने वाली भी बनी. लेकिन गणेश जी ने ही यह श्राप भी दिया कि उनकी पूजा में कभी भी तुलसी नहीं चढ़ाई जाएगी.

ये भी मान्यता है जिसके अनुसार दरअसल, तुलसी मां एकादशी व्रत करती हैं और इसलिए उन्हें तोड़कर परेशान नहीं किया जाता. एकादशी के दिन पत्ते तोड़ने से घर में गरीबी का वास होता है.कई जगहों पर क्रूर वार होने के कारण मंगलवार को भी तुलसी नहीं तोड़ते.

तुलसी का पत्ता बिना स्नान किए नहीं तोड़ना चाहिए. शास्त्रों के अनुसार यदि कोई व्यक्ति बिना नहाए ही तुलसी के पत्तों को तोड़ता है तो पूजन में ऐसे पत्ते भगवान द्वारा स्वीकार नहीं किए जाते हैं.

तुलसी के पत्तों को 11 दिनों तक बासी नहीं माना जाता है. इसकी पत्तियों पर हर रोज जल छिड़कर पुन: भगवान को अर्पित किया जा सकता है.

शिवजी, गणेशजी और भैरवजी को तुलसी नहीं चढ़ानी चाहिए.