कुण्डली के सभी भाव में मंगल का प्रभाव और उपाय

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कुण्डली के सभी भाव में मंगल का प्रभाव और उपाय

By pavan

December 31, 2024

ज्योतिष शास्त्र कुंडली में मंगल ग्रह को साहस, शक्ति, और ऊर्जा का कारक माना गया है। कुण्डली के सभी भाव में मंगल का प्रभाव जीवन के अलग-अलग पहलुओं को प्रभावित करता है। मंगल की शुभ और अशुभ स्थिति हमारे जीवन में सकारात्मक या नकारात्मक परिणाम ला सकती है। इस लेख में, हम जानेंगे कुण्डली के सभी भाव में मंगल का प्रभाव और उससे जुड़े उपाय।

मंगल ग्रह का ज्योतिषीय महत्व

जन्म कुंडली में मंगल एक उग्र और ऊर्जा से भरपूर ग्रह है।

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कुण्डली के सभी भाव में मंगल का प्रभाव

  1. पहले भाव में मंगल
  1. दूसरे भाव में मंगल
  1. तीसरे भाव में मंगल
  1. चौथे भाव में मंगल
  1. पांचवें भाव में मंगल
  1. छठे भाव में मंगल
  1. सातवें भाव में मंगल
  1. आठवें भाव में मंगल
  1. नौवें भाव में मंगल
  1. दसवें भाव में मंगल
  1. ग्यारहवें भाव में मंगल
  1. बारहवें भाव में मंगल

कुण्डली में मंगल दोष और उसके उपाय

मंगल दोष जीवन में विवाह और अन्य समस्याओं का कारण बन सकता है।

  1. मंगलवार को हनुमानजी की पूजा करें।
  2. लाल चंदन या मूंगा धारण करें।
  3. गरीबों को मसूर की दाल का दान करें।
  4. मंगल ग्रह के मंत्रों का जाप करें।
  5. किसी भी विवाद से बचने का प्रयास करें।

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निष्कर्ष

कुण्डली के सभी भाव में मंगल का प्रभाव व्यक्ति के जीवन के हर क्षेत्र को प्रभावित करता है। शुभ मंगल जीवन में ऊर्जा, सफलता और स्थिरता लाता है, जबकि अशुभ मंगल समस्याओं और बाधाओं का कारण बन सकता है। सही उपाय और ज्योतिषीय सलाह से मंगल ग्रह के प्रभाव को संतुलित किया जा सकता है। जन्म कुंडली और ज्योतिष शास्त्र कुंडली का सही अध्ययन मंगल ग्रह के सकारात्मक परिणाम पाने में मदद करता है।

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